Subh sawere sai ki murat dekhu,
Bas is aas se rat ko soti hu,
Na dekh saki sawera kabhi to kya hua,
Sapne mei bhi sai dikhe bas yahi dua mein karti hu
सुबह सवेरे साईं की मूरत मैं देखू,
बस इस आस से रात को सोती हू
ना देख सकी सवेरा कभी तो क्या हुआ
सपने मैं ही साईं दिखे बस यही दुआ मैं करती हूं
Bas is aas se rat ko soti hu,
Na dekh saki sawera kabhi to kya hua,
Sapne mei bhi sai dikhe bas yahi dua mein karti hu
सुबह सवेरे साईं की मूरत मैं देखू,
बस इस आस से रात को सोती हू
ना देख सकी सवेरा कभी तो क्या हुआ
सपने मैं ही साईं दिखे बस यही दुआ मैं करती हूं
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