ॐ साई में साई की दीवानी कुछ और में जानु नहीं, साई के सिवा किसी और को अपना मानु नहीं , साई ने दिया मुझे इतना है , उनके लिए हर जनम लू इससे कम कुछ चाहु नहीं
साई मेरे साई में जितना साई को याद करू वो उतना मुझ पर अपनी मेहरबानी बरसाते है, साई बिना कुछ आता नहीं समझ मुझे , दिन रात जुबान पर है नाम साई का , बस मांगू मेरे साई सब पर अपनी दया बनाये रखे दिल उसके सिवा कुछ चाह्ता नहीं