कल रात ख्वाब में साई आए थे,
हाथ पकड़ मेरा ना जाने कितने चमत्कार दिखलाये थे,
ना कर गलतियाँ प्यार से समझाया था,
कैसे उन तक जाना है सब रास्ते बताये थे,
याद कर रही हु क्या क्या भूल मुझसे हुई है,
जिसको सुधारने वो खुद जमीन पर आये थे

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