आज फिर दिल घबराया तो  मेरे साईं की आँखों  मे प्यार  देखा ,
अपने लिए वही दुलार देखा,
ना जाने कया  जादू  है इन आखौं  मे,
दुनिया  के हर दुख दर्द  को मिटते देखा,
बस मुसकुरा  के देखे अगर मेरे साईं
तो हर डर को भागते  देखा,
सजदा करते करते साईं चरणों  मे हमने तो रंक को राजा होते देखा,
एक नजर हमपर भी डालो मेरे साईं,
हमने तो जबसे इस चौखट पर सर रखा है
कोई  दुजा  दर नही देखा



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